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दिल से दिल मिलते हैं, जब तुमसे मिलती हूँ(Shayari)

दिल से दिल मिलते हैं, जब तुमसे मिलती हूँ

जज़्बात बहकता है, जब तुमसे मिलती हूँ;
अरमां मचलता है, जब तुमसे मिलती हूँ;
हाथों से हाथ और होठों से होंठ मिलते हैं;
दिल से दिल मिलते हैं, जब तुमसे मिलती हूँ!

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