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यादों का कारवां चला

यादों का कारवां चला

उदासी की रुत में यादों का कारवां चला

बदला रुख हवाओं ने घायल दर्द बेचारा हुआ

जले पॉव इश्क के अंगारों से दिल जला
दहकते गुलशन में जख्मों को सहारा मिला।।

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