अब तो हर चेहरे पर नकाब है
अब तो हर चेहरे पर नकाब है
पहचानना मुश्किल हैकौन सही और कौन खराब है
ना हाथ मिलाना है किसी से ना किसी को गले लगाना है
अगर बचानी है दुनिया तो अपने परिवार के साथ समय बिताना है
कहते थे जो लोग गांव में क्या रखा है
उन शहर वालो को अब गांव जाना है
करोगे नहीं दूरी व स्वच्छ्ता का पालन
अगर तो मौत का ताण्डव इसने मचाना