वक़्त से मजबूर
ज़िन्दगी के उलझे सवालो के जवाब ढूंढता हु
कर सके जो दर्द कम, वोह नशा ढूंढता हु
वक़्त से मजबूर, हालात से लाचार हु
मैं जो देदे जीने का बहाना ऐसी राह ढूंढता हु