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वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे..

वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.. 

जिस दिन बंद कर ली हमने आंखें,
कई आँखों से उस दिन आंसु बरसेंगे,
जो कहते हैं के बहुत तंग करते है हम,
वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.. 

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