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मेरी वफ़ा की कदर ना की

मेरी वफ़ा की कदर ना की

मेरी वफ़ा की कदर ना की,
अपनी पसंद पे तो ऐतबार किया होता,
सुना है वो उसकी भी ना हुई,
मुझे छोड दिया था उसे तो अपना लिया होता|

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