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पीले रंग की पेन्ट

स्पेनिश नौसेना के एक युध्दपोत का कप्तान एक दिन डेक पर टहल रहा था कि तभी उसका सहायक भागता हुआ आया और चिल्लाया – सर ! मैंने अभी अभी दुश्मन का एक युध्दपोत देखा है जो हमारी तरफ आ रहा है ।

कप्तान ने शांतिपूर्वक उसकी बात सुनी, फिर उसे आदेश दिया – जाओ, मेरी लाल कमीज लेकर आओ ।
सहायक उसकी लाल रंग की कमीज ले आया जिसे कप्तान ने पहन लिया।

दोनों जलपोतों के बीच भयंकर युध्द हुआ और अंत में स्पेनिश पोत विजयी रहा। युध्द के बाद, सहायक ने कप्तान से पूछा – सर! मैं आपसे एक बात पूछना चाहता था! आपने युध्द के दौरान लाल रंग की कमीज क्यों पहनी ?

कप्तान ने गर्व भरे ढंग से बताया – ताकि यदि मुझे गोली लगे तो मेरे सैनिक मेरे शरीर से बहता हुआ खून न देख सकें और उनका हौसला न टूटे।

सहायक अपने कप्तान की बहादुरी और बुध्दिमत्ता का कायल हो गया। तभी एक दूसरा सिपाही भागता हुआ आया और बोला – सर, सर ! मैंने अभी दुश्मन के 20 युध्दपोत देखे हैं जो हमारी तरफ आ रहे हैं !

कप्तान, सहायक की ओर मुड़ा और आदेश दिया – जाओ और जाकर मेरी पीले रंग की पेन्ट लेकर आओ…..।

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अब और तुझे क्या चाहिए था ……… ?

एक गांव में बाढ़ आ गई। घरों में पानी भरने लगा तो गांव के लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की तरफ चले गये। केवल एक आदमी, जो भगवान का बड़ा भक्त था, अपने घर में फंसा रह गया। जब पानी ज्यादा बढ़ने लगा तो वह छत पर चढ़ गया और भगवान से प्रार्थना करने लगा। तभी एक नाव उसके घर के पास से गुजरी। नाव पर सवार आदमी ने चिल्लाकर उसे नाव पर आने के लिए कहा पर आदमी ने मना कर दिया। बोला – मुझे अपने भगवान पर पूरा विश्वास है। वे मुझे जरूर बचा लेंगे। तुम जाओ।

नाव वाला नाव लेकर चला गया। आदमी फिर प्रार्थना करने लगा। करीब एक घंटे बाद एक मोटरबोट उसकी तरफ आई। मोटरबोट सवार ने भी उस आदमी से चलने का अनुरोध किया पर उस आदमी ने उसे भी मना कर दिया – नहीं भाई। तुम जाओ । मेरे प्रभु मुझे बचाने अवश्य आएंगे। और फिर प्रार्थना में तल्लीन हो गया।

कुछ देर बाद एक हेलिकॉप्टर वहां से गुजरा। छत पर खड़े अकेले आदमी को देखकर उन्होंने रस्सी उसकी ओर फेंकी और हेलिकॉप्टर पर आने का इशारा किया। पर उस आदमी ने उनकी भी मदद लेने से इनकार कर दिया। बोला – आप लोग चिन्ता न करें । मेरे भगवान मुझे बचा लेंगे।

अंतत: पानी छत पर आ गया और उस आदमी की डूब कर मौत हो गई।

परलोक पहुंचने पर वह सीधा भगवान के सामने जा खड़ा हुआ और फट पड़ा – भगवान ! ये आपने ठीक नहीं किया ! मैंने सच्चे मन से आपकी प्रार्थना की ! आप पर भरोसा किया, इसके बावजूद आपने मुझे नहीं बचाया ! आखिर क्यों ?

भगवान आवेश में आकर बोले – अरे मूर्ख ! मैंने तुझे बचाने के लिए एक नाव, एक मोटरबोट और एक हेलिकॉप्टर भेजा ! अब और तुझे क्या चाहिए था ……… ?

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मात्र 50 रु

संता की बीबी प्रीतो एक दुकान पर पहुंची जहां परिंदे बेचे जाते थे। एक तोते के पिंजरे के आगे कीमत लिखी थी – मात्र 50 रु. ।

प्रीतो ने दुकानदार से पूछा – इसकी कीमत इतनी कम क्यों है जबकि तुम्हारी दुकान पर दूसरा कोई भी तोता 500 रु. से कम का नहीं है।

– दरअसल इस तोते का बोलचाल ठीक नहीं है। यहां आने के पहले यह एक वैश्या के घर में था। इसलिए कभी-कभी अश्लील बातें और भद्दी गालियां बकने लगता है। आप कोई दूसरा तोता ले जाइये, यह आपके घर के लायक नहीं है।

प्रीतो ने दो मिनट सोचा फिर बोली – चलेगा। मैं इसे अपने घर के लायक बना लूंगी। आप तो यही तोता दे दीजिए।

घर लाकर उसने तोते का पिंजरा अपने बेडरूम में टांग दिया और उसके कुछ बोलने का इंतजार करने लगी।

तोते ने शांतिपूर्वक इधर-उधर का मुआयना किया फिर बोला – वाह ! नया घर और नई औरत ! क्या बात है !

– ये तो कोई गाली नहीं है। प्रीतो ने सोचा ।

थोड़ी देर बाद उसकी दोनों बेटियां कॉलेज से वापस आ गईं ।

उन्हें देखते ही तोता बोला – दो-दो नई लड़कियां ! क्या किस्मत है बाप !

– इसमें भी ऐसी कोई बुरी बात नहीं बोली है उसने। दुकानदार खांमखा डरा रहा था। प्रीतो ने सोचा ।

शाम को प्रीतो का पति संता घर आया । उसे देखते ही तोता चहक कर बोला – ओए संता ! तू यहां कैसे यार ?

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सोचना चाहिए था

एक भैंस के सींग बड़े सुन्दर और घुमावदार थे। एक मूर्ख उन सींगों को देख देखकर सोचा करता कि अगर मैं इनमें अपने पांव डाल दूं तो क्या हो ?

आखिर एक रोज उसने फैसला कर ही डाला और अपने पैर भैंस के सींगों में डाल दिये। इस पर भैंस फुनफुनाती हुई चौकड़ी भरती हुई भागने लगी। आदमी की हालत देखने लायक थी। आखिर बड़ी मुश्किल से भैंस रोकी गई। लोगों ने मूर्ख से पूछा –
– तुम्हें ऐसी बेवकूफी करने के पहले कुछ तो सोचना चाहिए था !

– आप ऐसा कैसे कहते हैं कि सोचा नहीं ! तीन महीने तक सोचते रहने के बाद ही मैंने यह काम किया है।
मूर्ख ने जवाब दिया।

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sayari ka boss

Shayari from boss… Arz kiya hai………-….. Transactions hote hain… Errors ka sama hota hai…. Aise mausam mein hi to

PERFORMANCE jawan hota hai…. Dil ki khunnas BOSS jabaan se nahi kehte… Ye fasana to appraisal mein bayan hota hai…. (wah

wah … wah wah)

Employee’s reply… Arz kiya hai………-….. Promotion hote hain… Disappointment ka sama hota hai… Aise mausam mein hi to

Attrition jawan hota hai…. Dil ki khunnas HUM jabaan se nahi kehte… Ye fasana to Resignation se bayan hota hai….

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Birthday Shayari

Agar yaad tumko na rahe apna janmdin
Check karte rahna yunhi apne mobile ke inbox hardin
Main kabhi na bhulonga apne yaar ka janmdin
Chahe woh ho mera akhri din
Aapko jaroor mera yeh msg. milega
Jispe likha hoga ” mubarak ho aapko aapka jamdin”

Khuda kaise karoon shukriya iss din ke liye
Jis duniye tumhe dharti pe bheja hamare liye
Naa jaane kyon main intezaar kar raha tha
Shayad janmdin hai tumhara iss liye
Meri har ek dua hai teri lambi umr ke liye
Dil khud jaanta hai tu na ho dhadkega kis k liye

Aa teri Umar mein likh du chand sitaaro se
Tera janam din mein manau phoalo se bahaaro se
har ek khubsurti duniya se mein le aau
Sajaau yeh mehfil mein har haseen nazaaro se

Tohfa-e-dil de du ya de du chand taare
Janam din pe tujhe kya du yeh puche mujh se saare
Zindagi tere naam kar du bhi toh kam hai
Daaman mein bhar du har pal khushi ka mein tumhare

Dua hai Ki Kamyabi ke har sikhar pe aap ka naam hoga,
Aapke har kadam par duniya ka salam hoga,
Himmat se mushkilon ka samana karna hamari dua hai,
Ki waqt bhi ek din aapka gulam hoga. Happy Birthday

Hum aapke janamdin par dete hain yeh dua
Hum aur tum milkar, honge kabhi na juda
Jivan bhar sath denge apna he ye vaada
Tuj par apni jaan bhi denge, apna he ye irada

Tohfa-e-dil de doon ya de doon chand tare
Janam din pe tujhe kya doon ye poche mujh se sare
Zindgi tere naam kar doon bhi to kam hahi
Daaman mein bhar doon har pal khushi ko main tumhari..

Phoolon ki sugandh se sugandhit ho jeevan tumhara
Taron ki chamak se sammilit ho jeevan tumhara
Umr aapki ho suraj jaisi
Yaad rakhe jise hamesha duniya
Janmdin mein aap mehfil sajayein aap aisi
Subh din ye aaye aapke jevan mein hazaar baar
Aur hum aapko ”Janmdin Mubarak” kehte rahein har baar..