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बेवफा तो वो खुद थी

बेवफा तो वो खुद थी


बेवफा तो वो खुद थी,
पर इल्ज़ाम किसी और को देती है,
पहले नाम था मेरा उसके होठों पर,
अब वो नाम किसी और का लेती है,
कभी लेती थी वादा मुझसे साथ ना छोड़ने का,
अब यही वादा किसी और से लेती है!!

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Bewafa se haath milaana pada mujhe

Bewafa se haath milaana pada mujhe
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,

पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे,

रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज,

फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे। 

 

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महफिल में मेरा नाम छोड़ दो!

महफिल में मेरा नाम छोड़ दो!

💔दिल दुखाने का काम छोड़ दो,
मेरे नाम कोई तो पैगाम छोड़ दो,
वफ़ा कर नहीं सकते तो ना ही सही,
लेना महफिल में मेरा नाम छोड़ दो! 💔

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चलो मान लेता हुँ के..

चलो मान लेता हुँ के..

चलो मान लेता हुँ के..

मुझे मोहब्बत करनी नहीं आती,

लेकिन आप तो ये बताओ..
आप को दिल तोडना किसने सीखाया।

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Wafa Ke Badle Bewafaai Hi Sila Hai!

Wafa Ke Badle Bewafaai Hi Sila Hai!

💔Zindagi Se Bas Yahi Ek Gila Hai,
Khushi Ke Baad N Jane Kyon Gam Mila Hai,
Hamne To Ki Thi Wafa Unse Ji Bhar Ke,
Par Nahin Jaante The Ki Wafa Ke Badle Bewafaai Hi Sila Hai!

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कोई बे वफ़ा नहीं होता!

कोई बे वफ़ा नहीं होता!

यू तो कोई तन्हा नहीं होता,
चाह कर किसी से जुदा नहीं होता,
मोहब्बत को मजबूरियां ले डूबती है,
वरना ख़ुशी से कोई बे वफ़ा नहीं होता!

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Vo To Bekasur Tha!

Vo To Bekasur Tha!
उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम,
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।

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हमपर ऐतबार करते थे।

हमपर ऐतबार करते थे।

💔कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे,
कभी जो हम पर जान निसार करते थे,
भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं,
जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे। 

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यादों का कारवां चला

यादों का कारवां चला

उदासी की रुत में यादों का कारवां चला

बदला रुख हवाओं ने घायल दर्द बेचारा हुआ

जले पॉव इश्क के अंगारों से दिल जला
दहकते गुलशन में जख्मों को सहारा मिला।।

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बेशक हरजाई है

बेशक हरजाई है

लड़की होने की मैंने बड़ी कीमत चुकाई है
सही होकर भी मैंने हमेशा गर्दन झुकाई है

होंठो पे मेरे सदा देखोगे तुम मुस्कान
नहीं देख पाओगे जो आंखों में दरिया छुपाई है

जाना पड़ता है महफ़िल में भी दिखावे के लिए
मगर दिल मेरे बसी सिर्फ तन्हाई है

ना करे चाहे वो कद्र मेरी ज़रा भी
मगर मेरी जान है वो, बेशक हरजाई है।